बस्ती जनपद में अवैध तरीके से निर्माण हो रहे एक मस्जिद को लेकर लोगों में आक्रोश है।
बिना परमिशन करबला के पोखरा और सरकारी जमीन पर मस्जिद का निर्माण हो रहा था, जैसे ही हिंदूवादी नेताओं को इसकी भनक लगी तो वे भी मौके पर पहुंचे और निर्माणाधीन मस्जिद के बाहरी गेट में ताला मार कर हंगामा शुरू कर दिया, वहीं मुस्लिम पक्ष का कहना है कि मस्जिद नहीं मदरसे का निर्माण हो रहा है,
आप को बता दें सोनहा थाना क्षेत्र के के रामनगर गांव में करबला पोखरे की भूमि पर मस्जिद बनवाई जा रही थी, जिसको लेकर हिंदूवादी नेताओं ने हंगामा शुरू कर काम को रुकवा दिया, लोगो के मुताबिक इस मस्जिद का निर्माण पिछले दो साल से किया जा रहा है, इसकी कई बार तहसील स्तर पर शिकायत भी हुई मगर ठोस कार्यवाही न होने की वजह से ग्राम प्रधान आसमा बेगम का मन बढ़ते चल गया और मस्जिद अपने अस्तित्व में आ गया। पानी से सिर से ऊपर तब आया जब आज सैंकड़ों मजदूर लगाकर मस्जिद की छत ढालने की कोशिश की जा रही थी, इसके बाद ग्रामीणों ने कमिश्नर से मिलकर इसकी शिकायत किया और कार्यवाही की मांग की। जिस पर तत्काल एक्शन लेते हुए मंडल आयुक्त अखिलेश सिंह ने रोक लगाई और बेदखली का भी आदेश दिया। बावजूद इसके निर्माण कार्य नहीं रुका तो विश्व हिंदू महासंघ के नेता मौके पर पहुंच गए। आला अधिकारियों से बात की और तत्काल इस मामले में मुकदमा दर्ज करने और बुलडोजर से मस्जिद को गिराने की मांग किया और फिलहाल अवैध मस्जिद पर ताला लगाकर अल्टीमेटम दे दिया है कि किसी भी दशा में इसका निर्माण होने नहीं दिया जाएगा।कमिश्नर को लिखे पत्र में भानपुर गांव के ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि गाटा संख्या 132 सरकारी अभिलेखों में पोखरा, कर्बला और कब्रिस्तान के नाम दर्ज है, मस्जिद निर्माण के लिए ग्राम प्रधान आसमा और उनके पति रईस के पास कोई परमिशन नहीं है, बावजूद इसके अवैध तरीके से दो साल से निर्माण कार्य गुपचुप तरीके से करवाया जा रहा था।
एएसपी ओपी सिंह ने कहा कि सोनहा थाना क्षेत्र के रामनगर गांव के लेखपाल मिथलेश कुमार द्वारा थाने पर तहरीर दिया जिस में कहा गया है कि गांव की करबला की जमीन पर कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा है जो नियमानुसार नहीं है, लेखपाल की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, मामले की जांच की जा रही है,
बाइट1 ओपी सिंह, एएसपी