नवजात की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल के बाहर किया हंगामा।

 बस्ती जनपद में मानक-विहीन निजी अस्पतालों के संचालन पर एक बार फिर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। दक्षिण दरवाजा अस्पताल रोड स्थित लाइफ लाइन अस्पताल एक बार फिर विवादों में है। नवजात की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा किया। परिजनों का आरोप है कि पूरी तरह स्वस्थ बच्चे को जबरन 14 दिनों तक भर्ती रखा गया, भारी भरकम रकम वसूली गई और गलत इलाज तथा हेवी डोज़ देने से बच्चे की जान चली गई।


चौंकाने वाली बात यह है कि पिछले 40 दिनों में इसी अस्पताल में दो मासूमों की मौत हो चुकी है, जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन से लेकर प्रशासन और स्वास्थ्य महकमे तक पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि लगातार मिल रही शिकायतों के बावजूद कार्रवाई का अभाव साफ तौर पर सिस्टम की लापरवाही को उजागर करता है।

परिजनों ने पुरानी बस्ती पुलिस और प्रशासन को शिकायत पत्र सौंपकर कठोर कार्रवाई की मांग की है। अस्पताल के संचालक डॉ. तारिक एहसन पर पहले से ही गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है, और सवाल यह भी उठ रहा है कि सीज़ होने के बाद अस्पताल दोबारा कैसे खोल दिया गया?

पीड़ित परिवार जल्द ही स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात कर जनपद में संचालित सभी मानक-विहीन अस्पतालों की उच्चस्तरीय जांच की मांग करेगा।

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