35 हजार प्रतिभूति की राशि लेने के लिए विभाग को देना पड़ रहा 3000 रूपए

शराब के पुराने कारोबारी प्रतिभूति राशि के लिए विभाग का लगा रहे चक्कर आबकारी विभाग


-अपने रूपए लेने के लिए विभाग को देना पड़ रहा सुविधा शुल्क

-35 हजार प्रतिभूति की राशि लेने के लिए विभाग को देना पड़ रहा 3000 रूपए

-सुविधा शुल्क नहीं देने पर आबकारी विभाग के अधिकारी करते है परेशान

बस्ती : आबकारी विभाग के पास उन शराब ठेकेदारों की पचास करोड़ रुपये से ज्यादा की धनराशि प्रतिभूति राशि(सिक्यॉरिटी मनी) के रूप में जमा हैं, जिनके पास पिछले सात सालों तक शराब और बीयर की दुकानें रहीं, लेकिन इस साल ऑनलाइन लॉटरी में उन्हें दुकानें नहीं मिली। अपनी सिक्यॉरिटी मनी वापसी के लिए अब ये ठेकेदार जिला आबकारी विभाग के चक्कर लगा रहे हैं। सिक्यॉरिटी मनी की वापसी न होने से वह दूसरा व्यवसाय भी नहीं कर पा रहे हैं। प्रतिभूति राशि वापस नहीं करने का मामला प्रकाश में आया है। जिसमें आबकारी विभाग के रूधौली सर्किल क्षेत्र के सुरवारे कला में स्थित पुराने बीयर के ठेकेदार जयकिशन जायसवाल से लगभग 40 हजार रूपए की प्रतिभूति राशि वापस के लिए इस सर्किल के निरीक्षक ने तीन हजार रूपए की मांग की। यह पर मौजूद लोगों ने बताया कि जब यह शराब कारोबारी इंस्पेक्टर जब प्रतिभूति राशि मांगने पर इस कारोबारी को धमकाते हुए कहा कि जाओं अब तुम्हारा कोई रूपए आबकारी विभाग से पास नहीं होगा। इंस्पेक्टर व शराब कारोबारी की बहस सुनने के बाद अपने कार्यालय में बैठे जिला आबकारी अधिकारी राजेश कुमार भी शराब कारोबारी को धमकाते हुए कहा कि तुम्हे एक मिनट में सही कर दूंगा। यहां आकर उंची आवाज में बात कर रहे हो। इस घटना को देखने तमाम पूर्व व नए कारोबारी मौजूद रहे। इस घटना से सभी दूकानदार सहमे हुए है। वहीं इस प्रतिभूति की राशि नहीं मिलने से पुराने कारोबारी जयकिशन जायसवाल फूट-फूट कर राते हुए अपनी समस्या बताई है। इस मामले में आबकारी अधिकारी राजेश कुमार ने मीडिया कर्मी से अभ्रता पूर्वक बात करते हुए कहा बिना मुझसे पुछे कोई खबर नहीं लिख सकते हो। और आबकारी कार्यालय मेरा घर है। इस घर में मै जिसको चाहूंगा वहीं इस घर में घूस पाएगा। इस अभ्रता से साफ जाहिर है कि ये भी उस मामले में शामिल है।

Previous Post Next Post

نموذج الاتصال